4 जनवरी से 16 जनवरी
तक बाल संसद के 90 प्रधानमंत्री किलकारी परिभ्रमण में आए| वैशाली जिला के 30 विध्यालयों
से लगभग 400 से अधिक बच्चें एवं शिक्षक किलकारी में घूमने आए| किलकारी के बच्चों ने
सभी का तिलक लगाकर अभिनंदन और स्वागत किया|
किलकारी बिहार बाल भवन परिसर अपने आप में अनूठा है|
यहाँ बच्चों को सीखनें, समझने, खेलने-कूदने एवं मनोरंजक गतिविधियों का बेहतरीन अवसर
मिलता है| परिभ्रमण में आए सैकड़ों बच्चों ने यह लाभ उठाया| क्राफ़्ट एवं पेंटिंग में
शामिल होकर अपनी बनाई| पेंटिंग और हस्तकला की सामग्री तैयार किए|
ये बच्चें शिक्षाविद डॉ अली इमाम, समाजशास्त्री श्री
ऑगस्टिन सर, डॉ सीता मुखोपाध्याय, शिक्षा विभाग के पदाधिकारी श्री दीपक कुमार सिंह,
महुआ चैनल के श्री अजीत आनन्द एवं किलकारी की निदेशक श्रीमती ज्योति परिहार से विशेष
बातचीत में शामिल हुए| बच्चों ने अपने-अपने विभाग और मंत्री पद की जानकारी दी| सामाजिक
बदलाव में किए गए अपने कार्यो को बताया| इसमें प्रमुख था विध्यालय की साफ़-सफ़ाई, शिक्षकों
को अध्यापन के प्रति जागरूक करना, बाल-विवाह को लेकर विरोध एवं अपने अधिकारों के प्रति
सचेत होना| बच्चों ने अपनी कुशल नेतृत्व क्षमता का परिचय कराया|
किलकारी भवन में बनी बाला की विशेष गतिविधियों से बच्चों को रूबरू होने एवं खुद करके सीखने का मौका मिला| खाते-पीते मस्ती करते बच्चों का यह चार दिवसीय परिभ्रमण बड़ा ही आनन्द्पूर्ण रहा| किलकारी से ये सौगात में अपनी कलाकृति और कलात्मक परिवेश की यादें लेकर विदा हुए|
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