किलकारी, बिहार बाल भवन ने एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड स्थापित करने का अद्वितीय गौरव हासिल किया| भारत में सबसे अधिक प्रतिभागियों वाला बाल खेल प्रतियोगिता आयोजित कर राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज़ किया| बिहार के 24 जिलों के 405 विद्धालयों से 9-16 वर्ष के 7,475 (सात हजार चार सौ पचहत्तर) बच्चों की एक रिकॉर्ड संख्या ने भाग लिया| इस सफल खेल आयोजन को ‘लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड 2014’ में बच्चों का सबसे बड़ा राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता होने का गौरव प्राप्त हुआ|
किलकारी द्वारा खेल-कूद में बच्चों की अधिकाधिक सहभागिता हेतु ‘बाल ओलम्पियाड’ की परिकल्पना की गई| किलकारी टीम ने विभिन्न स्कूलों से संपर्क किया| ओलम्पियाड के लिए खेलों का चयन करते समय सरकारी विद्धालयों में होने वाले खेलों का खास ध्यान रखा गया|
इस खेल में 9 व्यक्तिगत स्पर्धा एवं चार सामूहि्क स्पर्धाएं शामिल थी। व्यक्तिगत स्पर्धाओं में 100,200,400 और 800 मीटर की दौड़, कराटे, शाट्पुट, डिस्क थ्रो, ऊंची कूद, लंबी कूद एंव कराटे शामिल थे जबकि सामूहिक स्पर्धाओं में वॉलीबाल, खो-खो, कबड्डी और 4x100 मीटर रिले दौड़ शामिल थे।
व्यक्तिगत स्पर्धाओं के सब जूनियर वर्ग (12 वर्ष से कम) में 2091 और जूनियर वर्ग (12-16) में 2155 बच्चे शामिल हुए। वहीं सामूहिक स्पर्धाओं के सब जूनियर वर्ग (12वर्ष से कम) में 1327 और जूनियर वर्ग (12-16) में 1902 बच्चों ने भाग लिया। वर्ष 2010 में प्रथम बाल ओलम्पियाड का सफ़ल आयोजन सम्पन्न हुआ, जिसमें लगभग 3,000 बच्चों ने भाग लिया। वर्ष 2011 में लगभग 6,000 बच्चों ने इस आयोजन में भाग लिया। प्रत्येक वर्ष इसमें शामिल होने वाले बच्चों की संख्या बढ गई तथा आयोजन भी बङे स्तर का होता गया। वर्ष 2012 में बाल ओलम्पियाड में कुल 7475 बच्चों ने भाग लिया। किलकारी की पूरी टीम ने धैर्य और मेहनत से इस ऐतिहासिक सफ़लता की ऊँचाई तक इस आयोजन को पहुँचाया।
इस बड़ी सफलता के पीछे और भी बहुत से लोगों का सहयोग प्राप्त हुआ। यूनिसेफ द्वारा सभी बच्चों को बाल ओलम्पियाड का टी-शर्ट प्रदान किया गया। बिहार खेल संघों के सचिव और कोच (एन.आई.एस कोच एथलेटिक्स श्री अभिषेक कुमार, बिहार खो-खो संघ के सचिव श्री के.सी. महाजन, बिहार बॉलीबॉल संघ के कोच श्री बिरेश्वर पॉल, बिहार कबड्डी संघ के सचिव कुमार विजय) ने इस आयोजन में मह्त्वपुर्ण भूमिका निभाई।
इस ओलम्पियाड के शुभंकर का डिजाइन किलकारी के एक बच्चे रंजित कुमार वर्ग-9 के द्वारा बनाई गई। उसी ने शुभंकर का नाम रखा `हीरा’। किलकारी के लेखन विधा के एक बच्चे यश रंजन सिन्हा वर्ग-9 ने एक खूबसूरत खेल-गीत भी लिखा। इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस का आगाज श्री अमरजीत सिन्हा किया। उन्होंने कहा-`यह सचमुच बड़े गर्व की बात है........।
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बाल ओलिम्पियाड 2013 का 'शुभांकर हीरा' |
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बाल ओलिम्पियाड 2013 का उद्घाट्न |
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बाल ओलिम्पियाड में बच्चे विभिन्न खेल का प्रदर्श्न करते हुए |
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सेंट केरेन्स स्कूल टीम ओवरऑल चैंपियनशिप का स्थान प्राप्त |
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लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड 2014 |
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लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड 2014 में किलकारी का नाम दर्ज |
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लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड 2014 किलकारी के नाम सर्टिफिकेट |
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प्रेस कॉन्फ़्रेंस द्वारा मीडिया को सूचित |
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