चले जाओ कोरोना- राज आर्यन की कविता

चले जाओ कोरोना

सब के मुंह पर तुम्हारा नाम,
बन गए तुम हो महान
पूरी दुनिया जा-जाकर तुमने,
ले ली कितनों की जान।

अभी तक बनी नहीं है,
तेरे मरने की कोई दवा
अच्छा हुआ जो तेरी
 दोस्त नहीं है हवा।

डॉक्टर पुलिस दिन-रात ,
कर रहे हमारी रक्षा
धोते-धोते हाथ घिस गए,
घर बैठे, हाल न अच्छा।

तुम्हारा नाम सुनते ही
डर जाता है हर इंसान ।
ओ कोरोना चले जाओ,
 तुम हो बड़े शैतान।

-राज आर्यन
सृजनतनक लेखन

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