किलकारी ग्रीष्मोत्सव 2014 का तीसरा दिन - मुख्य आकर्षण

01 जून 2014 को किलकारी ग्रीष्मोत्सव 2014 का विशेष दिन रहा। आज से तीन दिवसीय  फोटोग्राफी प्रशिक्षण कार्यशाला आरंभ हुआ। विशेषज्ञ डॉ. दीपक जॉन मैथ्यू (अंतराष्ट्रीय फोटोग्राफर) बच्चों से मिले एवं बच्चों को फोटोग्राफी संबंधित जानकारियाँ दी। बच्चों के अभी तक खींचे गए फोटोग्राफ को देखा एवं साथ ही फोटोग्राफ की समीक्षा भी की। बच्चें दीपक जी से मिलकर अपना तकनीकी ज्ञान बढ़ा रहे है। डॉ. दीपक जॉन मैथ्यू की फोटो प्रदर्शनी भी होगी।
 
साथ ही संस्कृत सम्भाषण कार्यशाला भी शुरु हुआ। यह कार्यशाला दस दिनों तक चलेगा। इस कार्यशाला में बच्चें सस्कृत में बोलना सीखेंगे और अपने व्याकरण को भी मजबूत करेंगे|
पहले दिन शुरु हुए सभी प्रशिक्षण कार्यशाला विज्ञान, डॉल मेकिंग, पेंटिग, डांस, कराटे, ताइक्वांडो, कम्प्यूटर, बॉल बैडमिंट्न, सिलम्बम, जिमनास्टिक अपने निर्धारित समय पर जारी रहा।
 
विज्ञान के बच्चों ने आज विशेष भाप इंजन बनाना और चलाना सीखा| सेरामिक कार्यशाला में बच्चों ने डिजाइन की आउटलाइन, बोर्ड के ऊपर वर्ली आर्ट करना सीखा| जिम्नास्टिक में बच्चों ने हवा में अपने शरीर को बैलेंस कैसे किया जाता है सीखा| सिलम्बम में बच्चों ने हवा लाठी भांजना एवं लाठी को हवा में बैलेंस करना सीखा|
 
खेल में बच्चों के लिए विशेष ‘बोरा रेस का आयोजन किया गया। इसमें 200 बच्चें भाग लिये। कृष्णा, रागिनी, प्रवीन, प्रशांत विजेता रहे। विजेता रहे बच्चों के बीच पुरस्कार वितरण किया गया।
      
      आज बाल भवन में लगभग 950 बच्चों की भागीदारी रही। विभिन्न विधाओं में प्रशिक्षण का यह समर कैम्प 2014 जून तक चलेगा।


 


 

फोटोग्राफी विशेषज्ञ ‘डॉ दीपक जॉन मैथ्यू’ का ‘किलकारी’ परिसर भ्रमण

बाल भवन में आने की जल्दी
 

संस्कृत सम्भाषण कार्यशाला में भाग लेते हुए बच्चें

एडमिशन की मारा-मारी
 




जिम्नास्टिक प्रशिक्षण लेते हुए बच्चें

सिलम्बम कार्यशाला में बच्चों द्वारा हवा में लाठी चलाना एवं बैलेंस करने का अभ्यास






कराटे सीखते बच्चें

ताइक्वांडो का प्रशिक्षण लेते बच्चें

बॉल बैडमिंटन का अभ्यास करते हुए बच्चें
एरोबिक (जूम्बा डांस) का मजा लेते हुए बच्चें

संगीत का अभ्यास

इयर बर्ड डॉट डिजाइन

विज्ञान कार्यशाला में बच्चों द्वारा भाप इंजन बनाकर प्रदर्शन
 
सेरामिक बोर्ड पर वर्ली आर्ट सिखते हुए बच्चें





 
बोरा रेस का मजा उठाते हुए बच्चें






बोरा रेसपुरस्कार वितरण

किलकारी के अलबेले प्रशिक्षक
 
सुधीर भईया की कलाकारी
ये मस्ती




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