On 21.10.2014, a Child
Participation Counseling Workshop was organized in Hotel Chanakya, Patna with
the support of Unicef and Kilkari. In this workshop children were participated
with the seniors and presented their points. 25 Children from Private and Govt.
Schools of 04 Districts of Bihar were participated. Kanchan Kumari from Saharsa
told that two years back her name was not being registered by his school
teacher. Girls and Ladies of her village had supported her. Finally, her school
teacher had to register her name in that school.
In this workshop,
various points were raised, which were raised by children. One of them was most
important. ‘Why while making child policies, not involved to us?’ this question
was from children.
दिनांक 21-10-2014 को
युनिसेफ़ एवं किलकारी के सहयोग से होटल चाणक्या, पटना में बाल सहभागिता परामर्शी कार्यशाला
का आयोजन किया गया| इस कार्यशाला में बच्चों ने अपनी सहभागिता देते हुए बड़ो के साथ
अपनी बात रखी| बिहार के 04 जिलों के निजी एवं सरकारी विद्यालयों से 25 बच्चों ने अपनी
सहभागिता दी| उन्हीं में से सहरसा की कंचन कुमारी ने बताया कि दो साल पहले उसके स्कूल
के मास्टर साहब उसका नामांकन नहीं कर रहे थे| उसकी मदद गाँव की लड़कियों और महिलाओं
ने की| मास्टर साहब को उसका नामांकन लेना पड़ा|
इस परामर्शी कार्यशाला
में कई मुद्दे उठे; जो ज्यादातर बच्चों द्वारा उठाए गए थे| इनमें से एक मुद्दा अहम
था| ‘हमें हमारे लिए बनने वाले नितियों के साथ क्योँ नहीं जोड़ा जाता है? बच्चों का
यह प्रश्न था|
Inauguration
Session
उद्घाटन सत्र
Children presenting
their thoughts
बच्चें अपना विचार रखते
हुए
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