A unique guest - एक अनोखा मेहमान

It is said that when nature takes something from you, if gives so many things is you in return. A live example of this is Gorakh Kumar, resident of Madhopur village in Jamui Gorakh Kumar’s arms were normal earlier, but due to electric current shock, his arms are not in place now. However, he has not defeated. Today, whether his painting or letter writing, all very attractive. His paintings are just like about is talk.

This is called God’s gift which Gorakh Kumar found. Gorakh kumar, age 22 years. He has completed his education upto B.A. He is elder of three brothers and sisters. His family is farmer. He also contributes his effort to his family work. His dream is to do something in the world of paintings and to give training to the children also.

He has visited Kilkari Patna campus on 24.12.2014 and given special trainings is the children in Kilkari. He was explaining the things to the children in a very unique way.

कहते है प्रकति जब आपसे कुछ लेती है तो उसके बदले में ढेर सारी चीजे आपको देती भी है| इसका जीता जागता मिशाल है जमुई के माधोपुर गाँव के निवासी गौर कुमार| गौर कुमार की हथेली पूर्व में अच्छी थी, परंतु करेट लगने के कारण इनके दोनों हाथ नहीं रहे| फिर भी इन्होंने हिम्मत नहीं हारी और चाहे पेंटिग हो या लेटर राईटिंग सभी लुभवननी होती है| इनकी पेंटिग देखकर लगता है जैसे वो बोलने के लिए आतुर हो|

शायद इसी को गॉड गिफ्ट कहते है| जो गौर कुमार को मिला है| इनकी उम्र 22 वर्ष है और इन्होंने इसी हालात में बी ए तक पढ़ाई की| अपने तीन भाई बहन में सबसे बड़े है और इनके घर वाले खेती-बारी करते है| थोड़ा बहुत उसमें भी अपना योगदान देते है| इनका सपना है पेटिग की दुनिया में कुछ कर जाना और बच्चों को कुछ सीखा जाना|

इन्होने दिनाक 24-12-2014 को किलकारी बिहार बाल भवन में आकर बच्चों को पेंटिंग सीखाया| बड़े ही बेहद अंदाज में वे बच्चों को बता रहे थे|

बच्चें गोरख भईया  से पेंटिंग सीखते हुए





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